♂️ आचार्य प्रशांत से मिलना चाहते हैं?<br />लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: https://acharyaprashant.org/hi/enquir...<br /><br />⚡ आचार्य प्रशांत से जुड़ी नियमित जानकारी चाहते हैं?<br />व्हाट्सएप चैनल से जुड़े: https://whatsapp.com/channel/0029Va6Z...<br /><br /> आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?<br />फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?...<br /><br /> आचार्य प्रशांत के काम को गति देना चाहते हैं?<br />योगदान करें, कर्तव्य निभाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/contri...<br /><br /> आचार्य प्रशांत के साथ काम करना चाहते हैं?<br />संस्था में नियुक्ति के लिए आवेदन भेजें: https://acharyaprashant.org/hi/hiring...<br /><br />➖➖➖➖➖➖<br /><br />#acharyaprashant<br /><br />वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 14.05.2014, अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा, भारत<br /><br />प्रसंग:<br />~ मन और शरीर क्या हैं?<br />~ मन और शरीर के अस्थायी स्वाभाव को जानना किसलिए ज़रूरी है?<br />~ स्वयं की खोज में मन और शरीर किस प्रकार अड़चनें पैदा करते हैं?<br />~ क्या मन और शरीर भिन्न हैं?<br />~ क्या शरीर और मन हमारे चलाने से चलते हैं?<br /><br />दोहा:<br />एक दिन ऐसा होयगा, कोय काहू का नाही |<br />घर की नारी को कहै, तन की नारी जाहि || (संत कबीर)<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~